नमस्ते दोस्तों! आज हम आपके लिए एक रोमांचक खबर लेकर आए हैं। इस ब्लॉग में हम यह जानेंगे कि कैसे कृत्रिम बुद्धिमत्ता, यानी AI, लोगों के दिमाग को पढ़ सकता है। चलिए इस ब्लॉग के माध्यम से और जानते हैं।
परिचय
Artificial Intelligence Mind Reading
Artificial intelligence यानी AI ने पूरी दुनिया में धूम मचा रखी है. पढ़ाई लिखाई से लेकर content और बाकी क्षेत्रों में Artificial Intelligence का इस्तेमाल तेज़ी के साथ बढ़ता जा रहा है. लेकिन इससे एक कदम आगे बढ़कर Researchers ने वह करिश्मा कर दिखाया है जो शायद ही कोई इंसान कर सकता है और आपके दिमाग में क्या चल रहा है आप क्या सोच रहे हैं? आप क्या सपने देखना चाहते हैं? ये सब Artificial Intelligence बता देगा. अब बिना Brain implant के ही लोगों की दिमागी हालत की जानकारी ली जा सकती है और Artificial Intelligence Mind Reading के खेल में बाबाओं को Artificial Intelligence से जुड़ी चुनौती मिलने वाली है.
आइए जानते ही माइंड रीडिंग किसे है
जब आप बिना किसी physical equipment की मदद से सामने वाले व्यक्ति के मन में क्या चल रहा है, वो बता देते और जब किसी आम आदमी को सामने बैठा, व्यक्ति उसके मन की बात बता देता है तो उसे लगता है कि यह चमत्कार से कम नहीं है और फिर उसे उसमें आस्था नज़र आने लगती.
लेकिन आप ऐसा चमत्कार आप भी कर सकते हैं आप भी artificial intelligence यानी AI की मदद से किसी के दिमाग को पढ़ सकते हैं.
विज्ञान के इस दौर में आपके दिमाग में क्या चल रहा है?आप क्या सोच रहे हैं? Artificial intelligence इसे बयां कर देगा
अमेरिकी वैज्ञानिकों का नया AI मॉडल
अमेरिकी वैज्ञानिकों ने एक नया Artificial Intelligence model विकसित किया है जिसमें लोगों के दिमाग को पढ़ने की ताकत यह इंसानों के दिमाग की activity text में बदल सकता है और nature neuroscience magazine में प्रकाशित इस research के मुताबिक यह Artificial Intelligence model केवल लोगों के विचारों के सार को ही नहीं बता पाएगा क्योंकि test के दौरान जब एक प्रतिभागी को एक वक्त ने ये कहते हुए सुना है.
मेरे पास अभी तक driving का license नहीं है तो उसे AI ने अनुवाद करते हुए लिखा कि उसने अभी तक drive करना सीखना भी शुरू नहीं किया है.Latest innovation के बाद वैज्ञानिकों को उम्मीद है कि यह technology disability और paralysis में लोगों की मदद करेगा.
यह latest technology वास्तव में एक AI based recorder है जो दिमाग की हरकतों को text में stream कर सकता है, यानी इसकी मदद से किसी शख्स के विचारों को पढ़ा जा सकता है. Euro science या medical science के history में, ऐसा पहले कभी नहीं हुआ. इस study के लिए तीन लोगों को MRI में भेजा गया और उन्हें कहानियां सुनने के लिए कहा गया. वैज्ञानिकों का दावा है कि बिना किसी Brain implunt की मदद के participants के विचारों को text में generate किया गया.
ध्यान रहे कि माइंड रीडिंग technology किसी शख्स के विचारों के मुख्य points को ही capture करती है. इसकी मदद से हूबहू किसी के विचार को नहीं पढ़ा जा सकता. वैज्ञानिकों की मानें तो AI system किसी भी शख्स के विचारों को text में generate कर सकता है और इससे differently abled लोगों की दुनिया काफी आसान हो सकती है.
नींद और सपने को लेकर एक Experiment किया
साल की शुरुआत से ही artificial intelligence, यानी AI काफी popular हो रहे हैं. इसके नए नए रूप सामने आ रहे हैं. इसकी मदद से ऐसे ऐसे
कारनामों को अंजाम दिया जा रहा है, जिन्हें देख आम लोग हैरान हैं और AI की मदद से अब सिर्फ लोगों के दिमाग को ही नहीं पढ़ा जा सकता बल्कि अब सपना देखने के लिए सपनों के सौदागर की ज़रूरत नहीं पड़ेगी और आपका जो मन करेगा ऐसा सफल experiment किया है जिसके जरिए आप जो चाहें वो सपना देख सकते हैं. बस इसके लिए आपको एक ख़ास gloves यानी दस्ताने पहनने होंगे.
MIT university में scientist ने नींद और सपने को लेकर एक experiment किया. इस experiment में लोगों के हाथ में एक ऐसी gloves पहनाई गए जो लोगों की नींद को track करती.
कुछ लोगों के हाथ में इन gloves को पहना कर उन्हें सोने को कहा गया. जैसे ही इन लोगों की आंख लगी, तो लोगों के कान में धीमी सी आवाज़ पहुँचाए गए. इसके चंद minute बाद gloves ने reading के ज़रिए बताया कि लोग गहरी नींद में पहुंच गए. इसके आधे घंटे के बाद लोगों को जगा दिया गया. दस में से नौ लोगों ने वही सब देखा जो उनके कान में कहा गया था
Match Club की कार्यप्रणाली
ये तो आम बोलचाल में भी लोग कहते हैं कि जो सोचोगे वही सपना देखोगे अगर कोई किसी के प्यार में है तो उसी के सपने देखता है और इसी का इस्तेमाल इस Match club के जरिए किया जा रहा है. जैसे ही match club यही इशारा करता है कि इंसान की आंख लग गई है air phone के जरिए या पर धीमी आवाज़ में जिस बारे में भी सपना देखना है, बस उसके बारे में आवाज़ कानों तक पहुंचानी होगी. ऐसे करके अपने dream को control किया जा सकता है. किसी को सपने में Switzerland जाना है,
किसी को पहाड़ों की सैर करनी है, किसी को किसी खास शख्स का सपना देखना है. यह सब अब मुमकिन है. दरअसल इस experiment का मकसद सिर्फ मनपसंद सपना देखना ही नहीं बल्कि इसके जरिए इंसानी दिमाग के potential को बढ़ाना है. इस experiment के अलग part में जब लोगों को उठाया गया तो लोगों से उनके सपने के बारे में पुछा गया. लोगों को ज़्यादा देर तक सोने नहीं दिया गया. इसके ज़रिये लोगों ने जो भी सपना देखा, वो उन्हें पूरा का पूरा याद है और लोगों को इस बात में निबंध लिखने को कहा गया.